हजरत अबू हुरैरह रजिअल्लाहु तआला अन्हू ने हुजुरे अकरम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम को फरमाते हुए सुना कि मेरी उम्मत को रमजान शरीफ में पांच चीजों अल्लाह पाक ने खास तौर पर दी हैं, जो दूसरी उम्मतों को नहीं दी गई।
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